गुरुवार, 19 मई 2011

रिश्ते - नाते



रिश्ते नातो का उत्तराखंड के जन जीवन मे एक अहम स्थान है । आज की इस 'पोस्ट' में उत्तराखंड मे रिश्तों के नामो से आप लोगो को अवगत कराएँगे ।   

रिश्ते - नाते
[एक नज़र  हिन्दी- english - गढ़वाली- कुमाऊँनी  ]



हिन्दी

English

गढ़वाली

कुमाऊँनी

नाना जी
grand father(maternal)
नना
मावकोटाक बुब
नानी जी
grandmother(maternal)
ननि
मावकोटेकि आम
परनाना
grand grandfather
बूढ्ढ नना
 बड़ बुब 
परनानी
grand grandmother
बूढ्ढ ननि
बड़ी आम 
दादाजी
grand father(paternal)
दद्दा
बड़ बुब
दादी जी
grandmother(paternal)
दद्दी
बड़ी आम 
परदादा
grand grandfather
बूढ्ढ दद्दा
पड़ बुब
परदादी
grand grandmother
बूढ्ढ दद्दी
इपड़ आम 
पिताजी
father
बुबाजि / बाबाजि
बाबू/बौज्यू/बाज्यू
माता जी
Mother
ब्वै / माँजि
इज/इजा/माँ
पुत्र
Son
नोन/नोनु
च्यल/चियल/लौड
पुत्री
Daughter
नोनि
च्येलि/चियेलि
भाई [छोटा]
Brother
भुल्ला
भुला/भुल/भै/भया
भाई [बडा]
elder brother
दिदा/दादा/भैजि'
दाज्यू/दाद/दा
बहिन
Sister
भुल्लि
भुलि/बैनि
बडी बहिन
elder sister
दिदी
दिदी
जीजा
Brother-in-law
जीजा/भ्येणा
भिन/जिजा
साला
Brother-in-law
स्याळु
साव
साला [बड़ा]
elder
जेठ्ठु
जियेठ जी 
साली
Sister-in-law
स्याळि
सावी/साईं
साली [बड़ी]
Sister-in-law
जेठ्सासु
जियेठि सावि
मौसी
aunt (maternal)
मोसी /काण्सी ब्वे
कैज/मौसी
मौसा
uncle
मोसा
काक/मौसा
मौसी(बडी)
aunt
जेठी ब्वे
ठुलिइज/कैज/जेठ्मौशी
मौसा(बडे)
Uncle
ताऊजी
ठुलबाबू/ताऊ/जेठ्मौशा
मामा
Uncle
ममा
माम/मामू
मामी
Aunt
मामी
मामि
चाचा
uncle
चच्चा / काका
काक/चचा
चाची
aunt
चच्चि/काकी
काकी/काकि/चाची
ताऊ
uncle
बोडा
जेठबाबू/ठुलबावू/ताऊ
ताई
aunt
बोडि
ठुलि इज
जेठ
Brother-in-law
जिठ्ठाजि
जियाठ ज्यू/जेठ्
जेठानी
Sister-in-law
जिठाण
जियेठानी/जिठान
देवर
Brother-in-law
द्यूर
दुयोर
देवरानी
Sister-in-law
द्यूराण
द्दोरानी/देवरानि
ननद
Sister-in-law
नणद
नद
ननदोई
Brother
भुल्ला
भुल /भै/भया
भाभी
Sister-in-law
बौ/बौजी/भाभी
भौजी/बौजि
भांजी /भानजा
Nephew / niece
भण्जू/भण्जी
भांजा/भांजी
भतीजा/भतीजी
Nephew / niece
भतिज/भतिजी
भतिज/भतिजि
फूफू
aunt
फूफू
फुफू/पुशयानि
फूफा
uncle
ममा
माम/फुफा
बच्चे
Children
नॉन-बाल
नानतिन
पौते –पौतियाँ
Grandchildren
नाति – नातण
नाति - नातिनी
पर पौते पौतियाँ
Great grand Children
झडनाति/झड़नातिण
पन नाती-पन नातिनी
बहु /पुत्र वधु
Daughter-in-law
ब्वारी
ब्वारी
जवाईं/दामाद
Son -in -law
जंवै/जमै
जमै
सौतेला बाप
Step-father
कठ बुबा
सौती बाब
सौतेली माँ
Step-mother
मौस्याण ब्वै
सौती मैं
पत्नी
Wife
कज्याणी/घौरवाली
श्येणी/सैनी/घरवावी
पति
Husband
कजै/घौरवोल
घरवाव/मैंस/आदिम
रिश्तेदार
Distant relatives
स्वारा-भारा
दुराक रिश्तेदार
अध्यापक
Teacher
गुरजि/मास्टर जि
मासेब
aunt -Father’s/mother’s
बुढ्ढि जि
आम
uncle -Father’s/mother’s
बुढ्ढा जि
बुबु

[ कृपया हमे जरूर बताए यदि आप कुछ राय रखते हैं ]

 

माँ और दादी के गोत्र मे रिश्ते[शादी] नहीं होते  [इसमे वैज्ञानिक सोच की झलक मिलती है ]

कुछ एक रिश्तों में जी लगाये बिना वो भाव नही आता है [वैसे तो सभी बड़े रिश्तो में जी लगाया जाता है आदर के साथ] इन रिश्तो के नाम लिखते हुये भी अजीब लगता है बिना जी के [ताऊजी, जिठ्ठाजी, बुढ्ढा जी, बुढ्ढि जी, गुरजी, मासटरजी ]

उत्तराखंड की भाषा आप ते अपना संस्कृति क दगड़ जुडदी!
center> Related Posts Plugin for WordPress, Blogger.../center>